राष्‍ट्रीय

BJP-Congress की आरक्षण विरोधी साजिश… मायावती ने भारत बंद का समर्थन किया

सुप्रीम कोर्ट के SC-ST आरक्षण में उप-श्रेणियों पर निर्णय के खिलाफ विरोध हो रहा है। दलित राजनीति से जुड़े दल इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। बुधवार को, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने भारत बंद की घोषणा की है, जिसे BSP सुप्रीमो मायावती, एसपी नेता अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेताओं ने समर्थन दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को SC-ST आरक्षण में उप-श्रेणियों पर अपना निर्णय सुनाया। इस फैसले के बाद देश में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। कई विपक्षी नेताओं ने इस फैसले का विरोध किया है। कई दलित संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय पर आपत्ति जताई है और वे इसका लगातार विरोध कर रहे हैं। आज, 21 अगस्त को, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने इस निर्णय के खिलाफ भारत बंद की घोषणा की है। इस पर BSP प्रमुख मायावती ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा कर ‘भारत बंद’ का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि BJP और Congress आरक्षण के खिलाफ साजिश कर रही हैं। वे आरक्षण को समाप्त करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

BJP-Congress की आरक्षण विरोधी साजिश… मायावती ने भारत बंद का समर्थन किया

मायावती ने इंस्टाग्राम पर साझा किए गए पोस्ट में कहा कि BJP और Congress जैसे दल आरक्षण के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। इस साजिश के कारण, 1 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में, इन वर्गों के लोगों ने ‘भारत बंद’ के तहत सरकार को एक ज्ञापन सौंपा है और संविधान संशोधन के माध्यम से किए गए परिवर्तनों को समाप्त करने की मांग की है। उन्होंने लोगों से बिना किसी हिंसा के एक अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से बंद को सफल बनाने की अपील की है। उन्होंने आगे कहा, “SC-ST के साथ-साथ ओबीसी समाज को दिए गए आरक्षण का संवैधानिक अधिकार बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के लगातार संघर्ष का परिणाम है, जिसकी आवश्यकता और संवेदनशीलता को BJP, Congress और अन्य दलों को समझना चाहिए और किसी को भी इसके साथ खेलना नहीं चाहिए।”

अखिलेश यादव ने भी बंद का समर्थन किया

समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद अखिलेश यादव ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया और कहा कि आरक्षण की रक्षा के लिए जन आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। इससे शोषित और वंचित लोगों में नई चेतना आएगी और यह आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ के खिलाफ जनशक्ति की ढाल साबित होगी। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने आगे कहा, “बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि संविधान तब ही प्रभावी होगा जब उसे लागू करने वालों की नीयत सही होगी। जब सत्ताधारी सरकारें संविधान और संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों के साथ धोखाधड़ी, घोटालों और scandals के माध्यम से खेलेंगी, तो जनता को सड़कों पर आना पड़ेगा।” एसपी नेता ने कहा कि जन आंदोलन अनियंत्रित सरकार पर लगाम लगाते हैं।

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